लम्हों से गुजारिश करने लगे हम तुमहारी यादों को फिर से कैद करने की.

Romantic Hindi Shayari

हर पल तेरी आरज़ू में तड़पता हैं मेरा दिल तेरी एक दीद के लिये मरता है

उनकी पलकों ने झुक के कह दिया हमसे कुछ एहसास लफ्जों में भी नही कैद होते

“हम कहीं भी चले जायें, तुमसे दूर ना होंगे कभी.”

वादों में ही उमर कट जाये तब भी शिकायत ना करेंगे ज़िंदा है मोहब्बत की खातिर और मोहब्बत ही की खातिर जिएंगे मरेंगे

किनारो से ही अंदाजा लगा रहे हो तुम क्या कभी वफ़ा के समंदर में उतरो तो पता चले मोहब्बत को आखिर मोहब्बत क्यूँ कहते हैं

जितनी भी सांसे मेरे पास हों सबपे तुम्हारा नाम हो तू रूह में उतर  जाओ इस कदर मेरी  की खुदा से पहले तेरा मुकाम हो.

उनकी पलकों ने झुक के कह दिया हमसे कुछ एहसास लफ्जों में भी नही कैद होते

हर मंज़र में तुम सामने रहो ऐसा समा ही तो चाहते हैं तुम्हे लिखा के आयें हैं तकदीर से बस तुमसे इजाज़त माँगते हैं

सातों जनमों के लिये तुम्हारे हो जायेगें हम तो तुम्हारे लिये जन्नत भी छोड़ आयेंगे

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