जबसे तुमसे दोस्ती की है,अपने दिल से हमने दुश्मनी की है .
हम बाहें फेला कर तुम्हारा इंतजार करेंगे,
वादा करो इस बार आओगे तो फिर हमसे दूर ना जाओगे.
एक ये हसीं वादियां और एक तुम,दोनो में से किसको देखे, CONFUSE हैं हम.
हर इक लम्हा तुम्हारे नाम किया है,दिल ने मोहब्बत में ऐसा काम किया है.
एक तुम ही हो कोई और नहीं तुमसा,सारा जहां देखा कोई नहीं तुमसा,खुदा से जयादा तुम्हें मानते हैं,सच जानो होगा नहीं कोई आशिक़ हमसा.
तुम्हें सोचकर हम खुद को भूल जाते हैं,पल भर भी ना देखे तुम्हें तड़फ से जाते हैं,हमारा कल भी तुम और आज भी तुम हो,जितने भी पल संग थे, वो लम्हे भूले कहा जाते हैं.
उन लम्हों से भी मोहब्बत है जिनसे तुम्हारा नाता है,खुआहीशों की शाम से ये दिल मचल जाता है,है फितूर सा कोई यां जे सिरफ हमारा पागलपन है,हर रोज़ आजकल कोई ख़्वाबों में हमसे मिलने आता है.
निगाहों में जैसे सारा आसमान कैद है,चेहरे पे चाँद सा नूर है,हम ऐसे ही नहीं फ़िदा हैं उसपे,उसमें कोई ना कोई बात तो जरूर है.
वो दोनो का एक दूजे को देख मुस्कुराना,बिन कहे बहुत कुछ कह जाना,आंखे मिलाना फिर पलकें झुकाना,ये मोहब्बत नहीं तो फिर क्या है.
तुम्हारा साथ हो तो जन्नत की भी आरजू ना करेंगे,जब तक जियेंगे सिर्फ तुम से मोहब्बत करेंगे.