है खेल नहीं ये कोई जिसमें हार जीत होती है, अंजाम कुछ भी हो जनाब मोहब्बत तो मोहब्बत होती है.

नखरे तुम्हारे सारी ज़िन्दगी उठायेंगे, हर बार तुम रूठना और हम मनायेंगे.

दिन रात तेरी तस्वीर से गुफ़तगू करना, हमने सीखा तुझी से है मोहब्बत करना.

तुम्हारी नजरों से जब हमारी नजरें टकराती है, ये मोहब्बत ना-जाने कितने गुल खिलाती हैं.