ज़िद होती तो क़ैद कर रख लेते अपने पास, पर तुमसे मोहब्बत थी इसीलिये जाने दिया।
बहुत ही ज़ख़्म मिले हैं इस दिल्लगी में, ये चाहत नाम की बिमारी बड़ी जानलेवा सी है..!
हमसे दूर जाने की हसरत में हो तो बता देना, दूरियाँ होने से पहले दूर हो जाना बेहतर है।
लम्हों में बाँट कर रखने वाले ये नहीं जानते, कि पलों में ये ज़िंदगी गुज़र जाया करती है।
दिल का टूटना और चाँद का डूबना, हर तरफ अंधेरा करके जाता है..!
ये दुनिया इतनी छोटी है ये जान गये हम, यहाँ जिसे अपना समझा वही दग़ा कर गया।
हमसे बात कर लो कि हम दोबारा कभी ना मिल पाएँगे, जब तुम्हारी दुनिया से जाएँगे तो मुकम्मल ही जाएँगे।
आजकल वफ़ा के बदले दौलत का होना वाजिब है, वफ़ा के तराज़ू पर सिर्फ़ बेवफ़ाई क़ाबिज़ है।
For More Content Click The Link Below:-
Learn more