Best Bewafa Images Over Internet 2022 | bewafa wallpaper |
(हिंदी शायरी)
……..Bewafa Photo …….
ये पोस्ट Bewafa Wallpaper | bewafa images से समबन्दित है, आज कल तो जैसे बेवफाई का चलन सा हो गया है. ऐसे बहुत से किस्से हैं यहाँ जो भी सच्चे प्यार करने वालों का वास्ता जब बेवफा लोगो से है, ऐसे लोग मौकापरस्त होते हैं, जो अपने मतलब के लिये दूसरों से प्यार करने का डाँग रचते हैं और फिर उन्हें दर बदर ठोकरें खाने के लिये मजबूर कर देते हैं, ये पोस्ट ऐसे ही प्यार करने वालों के लिये है जिन्होंने कभी ना कभी प्यार मैं धोखा खाया है, उम्मीद करते हैं आपको ये पोस्ट पसंद आएगी, इस अपने दोस्तों के संग साझा करे और पर शेयर करें..!
वफ़ा
वो बेवफ़ा नहीं था,
पर उसने वफ़ा भी नहीं की मेरे साथ..!
WO BEWAFAA NHI THA,
PAR USNE WAFAA BHI NHI KI MERE SATH..!
बेवफ़ा
मोहब्बत में ऐसा क्यों होता है,
जिसे दिल से चाहो वही बेवफ़ा होता है.
MOHABBAT MEIN AISA KYUN HOTA HAI,
JISE DIL SE CHAHO WOHI BEWAFAA HOTA HAI.
सितम
हर सितम तुम्हारे सहते रहे,
तुमने की बेवफाई, और हम वफ़ा करते रहे..!
HAR SITAM TUMHARE SEHTE RAHE,
TUMNE BEWFAYI KI, AUR WAFAA KARTE RAHE..!
ईरादा
यूँ तो ईरादा नहीं था के तुमसे दूर चले जायें,
बेइरादा ये दिल मेरा, मुझसे बेवफा निकला..!
YUN TO IRAADA NHI THA KE TUMSE DOOR CHALE JAYEN,
BEIARADA YE DIL MERA MUJHSE BEWFAA NIKLA..!
रास्ते
हज़ारों सजदे किये उन रास्तों पर,
यहाँ से तुम गुज़रे,
आज वोही रास्ते,
तुम्हारी बेवफाई की गवाही देते हैं..!
HAZARON SAJDE KIYE UN RAASTON PAR,
YAHAN SE TUM GUZRE,
AAJ WOHI RAASTE,
TUMHARI BEWFAYI KI GWAHI DETE HAIN..!
फ़ैसले
क्यों फासलों को इतना बढ़ा रहे हो,
क्या मोहब्बत तुम्हारी अब दम तोड़ रही है,
KYUN FAASLON KO ITNA BADHA RAHE HO,
KYA MOHABBAT TUMHARI AB DAM TODH RAHI HAI,
फांसले
कुछ ज़िन्दगी बेवफ़ा निकली,
कुछ फैसले, फासलों का कारन बने..!
ZINDAGI BEWFAA NIKLI,
KUCH FAISLE, FAASLON KA KARN BANE..!
हमदर्द
कोई हमदर्द नहीं, कोई हमसफ़र नहीं’
गुज़रते रहे फिर भी हम तनहा रास्तों पे..!
KOI HAMDARD NHI, KOI HAMSAFAR NAHIN,
GUZARTE RAHE FIR BHI HAM TANHA RAASTON PE.!
रुस्वा
कुछ किस्से तेरी बेवफाई के,
हम सबको सुना रहें हैं,
थोड़े बेवफ़ा तो हम भी हुए,
जो ज़माने में तुम्हें, रुस्वा कियए जा रहे हैं..!
KUCH KISSE TERI BEWAFAYI KE,
HAMKO SABKO SUNAA RAHAIN HAIN,
THODE BEWAFAA TO HAM BHI HUYE,
JO ZAMAANE MAIN TUMHAIN, RUSWA KIYE JAA RAHE HAIN..!
बेवफाई
हाँ हमने आज भी उमीदों का दामन नहीं छोड़ा,
मगर फिर भी तेरी बेवफाई ने हमें कहीं का न छोड़ा..!
HAAN HAMNE AAJ BHI UMEEDON KA DAAMAN NHI CHHORHA,
MAGAR PHIR BBHI TERI BEWAFAYI NE HAMAIN KAHIN KA NA CHHORHA..!
दिल में शुमार
ओ बेवफा, सीख हमसे वफ़ा का सलीका,
आज भी तेरी यादों को हमने, दिल में शुमार रखा है..!
OO BEWFAA, SEEKH HAMSE WAFAA KA SALIKA,
AJ BHI TERI YADOON KO HAM, DIL MAIN SHUMAAR RAKHTE HAIN..!
बेहया
कितने ख़ुदग़रज़ कितने बेहया हो,
दिल मैं किसी और का ज़िकर, और होंठों पे हमारा नाम रखा है..!
KITNE KHUGARZ, KITNE BEHAYA HO,
DIL MAIN KISI AUR KA JIKAR, AUR HONTHON PE HAMARA NAAM RAKHA HAI..!
हादसा
हादसा ना हो जाये इस दिल के साथ,
इसी लिए बच के चलते हैं,
सुना है हसीं चेहरे के पीछे,
इक बेवफ़ा दिल छुपा होता है..!
HAADSA NA HO JAYE IS DIL KE SAATH,
ISILIYE BACH KE CHALTE HAIN,
SUNA HAI HASEEN CHEHRE KE PEECHE,
IK BEWFAA DIL CHUPPAA HOTA HAI..!
हसरत
हसरतों का कतल कर दिया, तुमने बढ़ी बेरहमी के साथ,
बेवफाई का खंज़र यूँ चलाया इस दिल के आर पार..!
HASRATON KA KATAL KAR DIYA TUMNE BADHI BEREHAMI KE SAATH,
BEWAFAYI KA KHANZAR YUN CHALAYA IS DIL KE AAR PAAR..!
खता
गुस्ताख़ दिल ये खता कर बैठा,
दिल को एक बेवफ़ा के नाम कर बैठा..!
DIL YE KHATA KAR BETHA,
DIL KO IK BEWFAA KE NAAM KAR BETHA..!
मंजूर ना था
तुम्हारा बेवफ़ा होना इस दिल को मंजूर ना था,
वरना तुमसे दूर जाना हमें कभी मंजूर ना था..!
TUMHARA BEWAFAA HONA, IS DIL KO MANZOOR NA THA,
VARNA TUMSE DOOR JANA, HAME KABHI MANJOOR NA THA..!
गवाह
जो भी पल थे हमारे संग तुम्हारे,
वो कुछ हसीं सी यादों के गवाह बने..!
JO BHI PAL THE HAMARE SANG TUMHARE,
WO KUCH HASEEN SI YADON KE GWAH BANE.!
वक़त
उसे बेवफा कैसे कह दूँ,
जो मेरे दिल में रहता है,
जो लौटा नहीं मगर उसकी यादें यहीं हैं,
हर वक़त वो ज़िन्दगी बन,
हमारे साथ रहता है.
USE BEWAFAA KAISE KEH DUN,
JO MERE DIL MEIN REHTA HAI,
JO LAUTA NHI MAGAR USKI YADEIN YEHI HEIN,
HAR WAQAT VO ZINDAGI BAN,
HAMARE SAATH REHTA HAI.
मोहब्बत
आज भी दिल पे तेरा नाम है,
तूँ ही सुबह है तूँ ही शाम है,
हम कैसे तुम्हें बेवफा कह दें,
ये हमारी मोहब्बत का अपमान है.
AAJ BHI DIL PE TERA NAAM HAI,
TUHI SUBAH TU HI SHAAM HAI,
HAM KAISE TMHAIN BEWAFAA KEH DEN,
AISA KEHNAA HAMARI MOHABBAT KA APMAAN HAI.
रक़ीब
अपनों की बस्ती में,
एक रक़ीब पाल बैठे हैं,
दिल की कोई कदर नहीं यहाँ पर,
वहीं दिल हार बैठे हैं.
APNE KI BASTI MEIN,
EK RAQEEB PAAL BETHE HEIN,
DIL KI KOI KADAR NHI YAHA PAR,
WOHIN DIL HAAR BETHE HEIN.
गैरत-ए-जज़्बात
गैरत-ए-जज़्बात का हक़ अदा करेंगे,
मरते दम तक हम वफ़ा करेंगे,
तुम्हें चाहत नहीं कोई बात नहीं,
हम अपनी मोहब्बत तुम्हारे नाम करेंगे.
GAIRAT-E-JAZBAT KA HAQ KARENGE,
MARTE DAM TAK HAM WAFAA KRENGE,
TUMHAIN CHAHAT NHI KOI BAAT NHI,
HAM APNI MOHABBAT TUMHARE NAAM KARENGE.
फितरत
पल भर में बिक जाते हैं दीनो-ईमान,
यहाँ चाहत का ठेका किसने ले रखा है,
दिलों से खेलना फितरत है इस दुनिया की,
मोहब्बत में दर्द के सिवा क्या रखा है.
PAL BHAR MEIN BIK JAATE HAIN DEEN IMAN,
YAHAN CHAHAT KE THEKA KISNE LE RAKHA HAI,
DILON SE KHELNA FITRAT HAI IS DUNIYA KI,
MOHABBAT MENI DARD KE SIWA KYA RAKHA HAI.
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