औक़ात के ऊपर बनी कुछ चुनिंदा बेहतरीन शायरी
Aukat Shayari
Aukat Shayari | औक़ात के ऊपर बनी कुछ चुनिंदा बेहतरीन शायरी लेकर आये हैं, ये पोस्ट पर Aukat Shayari पर केंद्रित है. आप लोगों के लिए प्यार शायरी से समबन्दित शायरी स्टेटस कोट्स टेक्स्ट आदि का संपूर्ण कलेक्शन नीचे दिया गया है उम्मीद है आप सराहेंगे, इस पोस्ट को अपने दोस्तों के संग साझा करें..!
वक़त
बुरे वक़त में पीठ दिखाने वाले,
औकात की बात करते अच्छे नहीं लगते.
BURE WAQAT MEIN PEETH DIKHANE WALE,
AUKAAT KI BAAT KARTE ACCHE NHI LAGTE.
ज़िन्दगी
बात यहाँ औकात की आती है,
ये ज़िन्दगी अपने बेगाने का फ़र्क समझा जाती है.
BAAT YAHA AUKAAT KI AATI HAI,
YE ZINDAGI APNE BEGANE KA FARAK SAMJA JAATI HAI.
औकात
जिनको औकात से ज्यादा चाहो,
फिर वही आपको आपकी औकात दिखाने लग जाते हैं.
JINKO AUKAT SE JYADA CHAHO,
PHIR WOHI APKO APKI AUKAT DIKHANE LAG JAATE HAIN.
मोहब्बत
औकात देखकर गर मोहब्बत की होती,
तो लाखों दिल इस तरह तोड़े ना जाते.
AUKAAT DEKHKAR GAR MOHABBAT KI HOTI,
TO LAKHON DIL IS TRAH TODHE NA JAATE.
बेहिसाब
जितनी औकात है उनसे उतनी बात की है,
मगर मोहब्बत उनसे हमने बेहिसाब की है.
JITNI AUKAAT HAI UNSE UTNI BAAT KI HAI,
MAGAR MOHABBAT UNSE HAMSE BEHISAB KI HAI.
रिश्ते
जो रिश्ते औक़ात देखर बनायें जाते हैं,
उनकी औकात ज्यादा देर टिकने की नहीं होती.
JO RISHTE AUKAAT DEKHAR BANAYE JAATE HAIN,
UNKI AUKAAT JYADA DER TIKNE KI NHI HOTI.
वफ़ा
हर बार वफ़ा से वफ़ा हासिल नहीं होती,
अल्फ़ाज़ों की कभी एक जैसी तासीर नहीं होती,
वक़त के साथ औकात बदल ली जाती है,
हर बुरे वक़त में वफ़ा हिस्सेदार नहीं होती.
HAR BAAR WAFA SE WAFA HAASIL NHI HOTI,
ALFAZON KI KABHI EK JAISI TASEER NHI HOTI,
WAQAT KE SAATH AUKAAT BADAL LI JAATI HAI,
HAR BURE WAQAT MAIN WAFA HISSEDAR NHI HOTI.
औकात
अभी कुछ भी औकात नहीं हमारी,
लेकिन जिस दिन औकात पे आयेंगे,
ये ज़मीं कम पढ़ जायेगी,
आसमान कम पढ़ जायेंगे.
ABHI KUCH BHI AUKAAT NHI HAMARI,
LEKIN JIS DIN AUKAAT PE AYENGE,
YE ZAMIN KAM PADH JAYEGI,
ASMAN KAM PADH JAYENGE.
औक़ात
aukat shayari,
aukaat shayari..!