Patriotic Poems in hindi | देशभक्ति से भरपूर कविता संग्रह 2022
हमारा देश अनेकता में एकता का प्रतीक है, हमारे देश में इतनी सारी भीविंताएँ होते हुए भी हम सब एक साथ मिलजुल कर रहते हैं | विशव में कोई ऐसा देश नहीं है जिसमे इतने धर्मो के लोग, अलग-अलग भाषाएँ, अलग रीती-रिवाज होते हुये भी आपस में प्रेम से रहते हैं |आज दुनिया भर में भारत को सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में जाना जाता है | इस पोस्ट Patriotic Poems in hindi | देशभक्ति से भरपूर कविता संग्रह 2022 में हमारा प्रयास है आप तक कुछ ऐसी शायरी लेकर आने का रहा है | इसका आनंद उठायें और दोस्तों मित्रों के संग शेयर करें | धन्यवाद
तिरंगा
ये वतन मेरा, मेरा अभिमान है,
भारत के वीर सपूतों को हमारा प्रणाम हैं,
ये तिरंगा हमारी आन भान शान है,
इसी से हम हैं, इसी से हमारी शान है..!
YE WATAN MERA, MERA ABHIMAAN HAI,
BHARAT KO VEER SAPOOTON KO HAMARA PARNAM HAIN,
YE TIRANGA HAMARI AAN BHAAN SHAAN HAI,
ISI SE HAM HAIN, ISI SE HAMARI SHAAN HAI..!
पहचान
जो मिट न पाये कभी ऐसी मिसाल बनो,
जियो तो ऐसे जिओ इस तिरंगे की तुम पहचान बनो..!
JO MIT NA PAYE KABHI AISI MISAAL BANO,
JIYO TO AISE JIO IS TIRANGE KI TUM PEHCHAAN BANO..!
आज़ादी
जिनके दम से मिली आज़ादी उन्हें नमन करते हैं,
आज फिर उन वीर सपूतों को याद करते हैं..!
JINKE DAM SE MILI AZAADI UNHAIN NAMAN KARTE HAIN,
AAJ PHIR UN VEER SAPOOTON KO YAAD KARTE HAIN..!
ए वतन
ए वतन तेरी राहों से गुज़र जाऊं,
तेरे खेतों संग लहलहायों,
तेरी नदियों संग बह जाऊं,
तेरी मिटटी की खुशबू मेरी सांसों में है,
इस मिटटी को सींचना हो लहू बन जाऊं..!
AYE WATAN TERI RAHON SE GUZAR JAON,
TERE KHETON SANG LEHLAHAON,
TERI NADIYON SANG BEH JAON,
TERI MITTI KI KHUSHBOO MERI SANSON MAIN HAI,
लोकतंत्र
लोकतंत्र की रचना यहाँ,
जिसकी रगों में बहती गंगा यहाँ,
अनेक धर्मो में भी एक इंसानियत जहाँ,
है मेरे देश से बढ़कर कोई दूसरा कहाँ..!
LOKATANTAR KI RACHNA YAHAN,
JISKI RAGON MAIN BEHTI MA GANGA YAHAN,
ANEK DHARMO MAIN BHI EK INSANIYAT JAHAN,
HAI MERE DESH SE BADHKAR KOI DOOSRA KAHAN..!
इंक़लाब
करनी है तो आज वतन की बात करो,
जो शहीद हुए उन वीरों को याद करो,
जो साथी हमसे बिछड़ गए,
वो कल भी थे और हमारा आज हैं,
लहू से सर ज़मी को सींचने वाले,
भारत माता के लाल हैं,
जो लो जगाई रखे हैं वतपरस्ती की,
ये लो बुझ ना पायेगी,
ये जवानी जो लिपटी कभी तिरंगे में,
यही जवानी हर रोज एक नया इंक़लाब लाएगी..!
KARNI HAI TO AAJ WATAM KI BAAT KARO,
JO SHAHEED HUYE UN VEERON KO YAAD KARO,
JO SAATHI HAMSE BICHADH GAYE,
WO KAL BHI THE AUR HAMARA AAJ HAIN,
LAHOO SE ZAMI KO SHEENCHNE WALE,
BHAARAT MATA KE LAAL HAIN,
JO LOH JAGAYI RAKHE HAIN WATPRASTI KI,
YE LOH BUJH NA PAYEGI,
YE JAWANI JO LIPTI HAI TIRANGE MAIN,
YEHI JAWANI HAR ROJ EK NAYA INQALAAB LAYEGI..!
Also Read : – Army shayari
Celebration of Happy Independence Day – by Wikipedia
Mutual accreditation of degrees
[…]check beneath, are some completely unrelated internet sites to ours, nevertheless, they may be most trustworthy sources that we use[…]
I view something really special in this website.
Ringstring