Emotional Heart Touching Shayari Collections 2022
Emotional Heart Touching Shayari
महक
आज इन हवाओं में कुछ ताज़गी से है,
तुमसे मिलने की महक मेरी साँसों में जो है..!
AAJ IN HAWAAON MAIN KUCH TAAZGI SE HAI,
TUMSE MILNE KI MEHAK MERI SAANSON MAIN JO HAI..!
वफ़ा
मुझसे पूछा किसी ने वफ़ा कैसी होती है,
तुम्हारा नाम लेकर हमने कहा उस जैसी होती है ..!
MUJHSE PUCHA KISI NE WAFAA KAISI HOTI HAI,
TUMHARA NAM LEKAR HAMNE KAHA US JAISI HOTI HAI..!
फरमान-ऐ-इश्क़
हाल-ऐ-दिल आज फिर उनको सुनाया
फरमान-ऐ-इश्क़ अब जो भी हो हमें मंजूर होगा
HAL-E-DIL AAJ PHIR UNKO SUNAYA
FARMAN-E-ISHAQ AB JO BHI HO HAMAIN MANJOOR HOGA
दरिया-ऐ-इश्क़
हम दरिया-ऐ-इश्क़ मैं डूब गये जबसे,
दिल आफताब हो गया तेरे जानिब से..!
HAM DARYA-EY-ISHAQ MAIN DOB GAYE JABSE,
DIL AAFTAAB HO GAYA TERE JAANIB SE..!
कैद-ऐ-उल्फत
समझ में नहीं आता ये इश्क़ है यां सज़ा है,
कैद-ऐ-उल्फत से अब दिल की रिहाई नहीं होती
SAMAJ MAIN NHI AATA YE ISHAQ HAI YAN SAZAA HAI,
KAID-E-ULFAT SE AB DIL KI RIHAYI NHI HOTI
मुस्कुराहटें
दिल को छूह जाती हैं तुम्हारी मुस्कुराहटें,
ऐसे ही मुस्कुराते रहना मेरे लिए तुम..!
DIL KO CHOOH JAATI HAIN TUMHAARI MUSKURAHATAIN,
AISE HI MUSKURATE REHNAA MERE LIYE TUM..!
अल्फ़ाज़
तुम मेरे अल्फ़ाज़ों की तरह ही हो,
उतर आती हो जो जेहन में,
ख्याबों ख्यालों की तरह..!
TUM MERE ALFAAZON KI TARAH HI HO,
UTAR AATI HO JO JEHAN MAIN,
KHUABON KHYALON KI TARAH..!
दस्तक
रूह से दस्तक दी जो तुमने,
निगाहें सजदे में झुक गयी,
दिल में उतर गये हो तुम हमारे,
जे दिल हमारा जैसे खुदा का घर बन गया..!
ROOH SE DASTAK DI JO TUMNE,
NIGAHAIN SAJDE MAIN JHUK GAYI,
DIL MAIN UTAR GAYE HO TUM HAMAARE,
JE DIL HAMARA JAISE KHUDA KA GHAR BAN GAYA..!
जन्नत
जान-ऐ-हबीब तेरी इतनी सी इनायत हो जाये हमपर
नज़र भर जो तू देख ले तो हमें जन्नत नसीब हो जाये
JAAN-E-HABIB TERI ITNI SI INAYAT HO JAYE HAMPAR
NAZAR BHAR JO TU DEKH LE TO HAMARA KHANA KHARAB HO JAYE
चाहत
मोहब्बत होना ना होना ये अलग बात है
पर तेरी चाहत ने हमें अपने इस दिल से मिला दिया
MOHHABAT HONA NA HONA YE ALAG BAAT HAI
PAR TERI CHAHAT NE HAME APNE IS DIL SE MILA DIYA
ऐतबार
हम आज भी तेरी दीद को तरस रहे हैं,
तू हमारी वफ़ा पे थोड़ा सा ऐतबार तो कर..!
HAM AAJ BHI TERI DEED KO TARAS RAHE HAIN,
TU HAAMARI WAFAA PE THODA SA AITBAAR TO KAR..!
शहर
वोह शक़श मुसाफिर की तरह गुज़र गया इस शहर से ,
इस शहर में कोई अपना ना रहा उसका यादों के सिवा..!
WOH SHAKASH MUSAFIR KI TARAH GUZAR GAYA IS SHEHAR SE ,
IS SHEHAR MAIN KOI APNA NA RAHA uska YAADON KE SIWA..!
कैफियत
तेरी हर बात पर हमारा ज़िकर होना,
तेरे दिल की कैफियत समजा जाता है..!
MUJHSE PUCHA KISI NE WAFAA KAISI HOTI HAI,
TUMHARA NAM LEKAR HAMNE KAHA US JAISI HOTI HAI..!
अल्फ़ाज़
आज कहने को कुछ भी नहीं हैं,
मेरा दिल खाली हो चुका है अल्फ़ाज़ों की तरह..!
AAJ KEHNE KO KUCH BHI NAHIN HAIN,
MERA DIL KHALI HO CHUKA HAI ALFAAZON KI TARAH..!
उमीदें
गिला तुमसे करें यां खुदा से,
दोनों से बढ़ी उमीदें रखते हैं हम..!
GILA TUMSE KARUN YAN KHUDA SE,
DONO SE BADHI UMEEDAIN RAKHTE HAIN HAM..!
बा-दस्तूर
हमारे खुआबों के जनाज़े हम उठा रहे हैं,
दिल टूटने का ये सिलसिला बा-दस्तूर जारी है..!
HAMAARE KHUABON KE JANAZE HAM HI UTHATE HAIN,
DIL TOOTNE KA YE SILSILA BADASTOOR JAARI HAI..!
मोहब्बत
इश्क़ हो या दरिया हो डूब जाने की हिमाकत नहीं होती,
ऐ मोहब्बत तुमसे दूर जाने की हिम्मत नहीं होती..!
ISHAQ HO YA DARIYA HO DOOB JANE KI HIMAKAT NAHIN HOTI,
AYE MOHABBAT TUMSE DOOR JANE KI HIMMAT NAHIN HOTI..!
सांसें
तुमको आज भी में साँसों में बसा के रखता हूँ,
अब ये सांसें थम जाने तक साथ ही रहोगे..!
TUMKO AAJ BHI MAIN SAANSON MAIN BASA KE RAKHTA HUN,
AB YE SAANSAIN THAM JAANE TAK SAATH HI RAHOGE..!
हामी
चले जायेंगे तेरी दुनिया से,
तू हमसे दूर जाने की हामी भरदे..!
CHALE JAYENGE TERI DUNIYA SE,
TU HAMSE DOOR JANE KI HAMI BHARDE..!
भीड़
भीड़ में कहीं खो ना जायें हम,
हाथ थम के चलना इन राहों में हमारे संग…!
BHEEDH MAIN KAHIN KHO NA JAYEN HAM,
HAATH THAM KE CHALNA IN RAAHON MAIN HAMARE SANG…!
रिश्ता
तुम कहती हो आज से हमारा रिश्ता ख़तम,
जो कभी हुआ ही नई हमारा,
वोह रिश्ता क्या शुरू और क्या ख़तम…!
TUM KEHTI HO AAJ SE HAMARA RISHTAA KHATAM,
JO KABHI HUA HI NI HAMARA,
USSE KYA SHURU AUR KYA KHATAM…!
बेआबरू
बेआबरू हो के मोहब्बत को ज़िंदा रखा,
आज लगता है हमसे बढ़ी गलती हो गयी…!
BEAABROO HO KE MOHABBAT KO ZINDA RAKHA,
AAJ LAGTA HAI HAMSE BADHI GALTI HO GAYI…!
जख्मों
जख्मों ने हमें सिखाया है,
खुद के सिवा कोई अपना नहीं होता..!
JAKHMON NE HAMAIN SHIKHAYA HAI,
KHUD KE SIWA KOI APNA NAHIN HOTA..!
जुदा
ऐ दिल कभी हमसे भी वफ़ा करदे,
उसका चेहरा भुला दे,
हमसे जुदा करदे…!
AYE DIL KABHI HAMSE BHI WAFAA KARDE,
USKA CHEHRAA BHULA DE,
HAMSE JUDA KARDE…!
मुखातिब
यूँ तो दिल की वीरानियों से वाकिफ ना थे हम,
तेरे जाने से इनसे भी मुखातिब हो गये..!
YUN TO DIL KI VEERANIYON SE WAKIF NA THE HAM,
TERE JANE SE INSE BHI MUKHATIB HO GAYE..!
खुआहिशें
कुछ हसरतों का गला गोंट दिया
कुछ ख्वाहिशों का रुख मोढ़ दिया
जिन रास्तों पर मिला करते थे हम कभी
हमने वहां भी आना जाना छोढ़ दिया
KUCH HASARATON KA GALA GONT DIYA
KUCH KHAWAHISHON KA RUKH MORH DIYA
JIN RAASTON PAR MILA KARTE THE HAM KABHI
HAMANE WHAN BHI AANA JAANA CHORH DIYA
किस्सा
किस्सा क्या सुनायें अपनी मोहब्बत का,
ना अधूरी रह पायी, ना मुकम्मल हो पायी
KISSA KYA SUNAYAIN APNI MOHABBAT KA,
NA ADHURI REH PAYI, NA MUKAMMAL HO PAYI
रूह-ऐ-आला
फासले बहुत रह गये तन्हा रास्तों पे,
रूह-ऐ-आला तेरा अब कुछ भी ठिकाना ना रहा
FASLE BAHUT REH GYE TANHHA RAAASTON PE,
ROOH-E-AALA TERA AB KUCH V THIKANA NA RAHA
अक्सर
मेरा दिल अक्सर मुझसे सवाल करता है,
को तुझसे मिलने को ये बेक़रार रहता है,
मिल ना पायेंगे ये भी हक़ीक़त है
क्यों फिर भी इसे तेरा इंतज़ार रहता है
MERA DIL AKSAR MUJHSE SWAAL KARTA HAI,
KU TUJHSE MILNE KO YE BEKARA REHTA HAI,
MIL NA PAYENGE YE BHI HAQIQAT HAI
KU PHIR BHI ISE TERA INTZAR REHTA HAI
दास्ताँ-ऐ-इश्क़
फासले इतने भर गये फिर भी
कभी बैठना हमारे पास तुझे दास्ताँ-ऐ-इश्क़ सुनाना है
FASLE ITNE BHAR GAYE PHIR BHI
KABHI BETHNA HAMARE PASS TUJHE DAASTAN-E-ISHAQ SUNANA HAI
किस्से
कुछ किस्से हैं, कुछ हिस्से हैं
इस दिल के किसी कोने में पढ़े
उन्हें छेड़ो तो दिल बुरा मान जाता है
KUCH KISSE HAIN, KUCH HISSE HAIN
IS DIL KE KISSI KONE MAIN PADHE
UNHAIN CHERHO TO DIL BURA MAN JAATA HAI
मशहूर
तुम्हें नहीं है खबर ये अलग बात है
तेरी मेरी चाहत के किस्से इस जहाँ में मशहूर हो गये
TUMHAIN NHI HAI KHABAR YE ALAG BAAT HAI,
TERI MERI CHAHAT KE KISSE IS JAHAN MAIN MASHHOOR HAIN
दरमयां
फासले इतने बढ़ गये दोनों के दरमयां
दोनों इक दूजे वगैर जीने को मजबूर हो गये
FAASLE ITNE BHAR GAYE DONO KE DARMYAN,
DONO EK DUJE VGER JEENE KO MAJBOOR HO GAYE..!
‘
हसरत
बड़ी ख़ूबसूरती से कतल किया उसने मेरी हसरतों का,
दिल से कोई आह खाली ना गयी,
bri khoobsurti se katal kiya usne meri hasraton ka,
dil se koi aah khaLi na gayi..!
किस्सा-ऐ-आलम
किस्सा-ऐ-आलम तुम्हें क्या बतायें,
खाली जाम है और दिल भरा हुआ..!
KISSA-E-AALAM TUMHAINA KYA BATAYAIN,
KHALI JAM HAI AUR DIL BHARA HUA..!
दिललगी
तुम समझे ही नहीं हक़ीक़त मेरे दिल की,
तुझसे दिललगी करने के इलावा इस दिल ने किया क्या हैं
TUM SAMJE HI NHI HAQIQAT MERE DIL KI,
TUJHSE DIL LAGI KARNE KE ILAWA IS DIL NE KIYA KYA HAI
हसरतों की सेज
हसरतों की सेज पर हमने दिल को सजा डाला,
तै तुम्हें करना इस दिल का ठिकाना क्या होगा..!
HASRATON KI SEJ PAR HAMANE DIL KO SAJA DALA,
TAI TUMHAIN KARNA IS DIL KA THIKANA KYA HOGA..!
गुज़ारा
है दर्द से अपना रिश्ता कुछ पुराना सा,
दोनों का गुज़ारा नहीं एक दूजे के सिवा
HAI DARD SE APNA RISHTAA KUCH PURANA SA,
DONO KA GUZARA NAHIN EK DUJE KE SIVAA
कहानी
कहानी तोह कुछ ऐसी है इस दिल की,
जिसे चाहा उसके लिए इसका ठिकाना ना था
KAHANI TOH KUCH AISI HAI IS DIL KI,
JISE CHAHA USKE LIYE ISKA THIKANA NA THA
महफ़िल
तुम आओगे तो हाल-ऐ-दिल सुनायेंगे,
दिल की महफ़िल हम फिर से सजायेंगे,
हर हाल में खुश हैं गर तुमहारा साथ हो,
तुमसे दूर हो कर हम कहाँ ज़िंदा रह पायेंगे..!
TUM AAOGE TO HAL-E-DIL SUNAYAINGE,
DIL KI MEHFIL HAM PHIR SE SAJAYAINGE,
HAR HAAL MAIN KHUSH HAIN GAR TUHMHARA SAATH HO,
TUMSE DOOR HO KAR HAM KAHAN ZINDAA REH PAYAINGE..!
समंदर
है समंदर जितना गहरा दिल अपना,
देखो डूब ना जाना, सम्भल के रहना..!
HAI SAMANDAR JITNA GEHRAA DIL APNA,
DEKHO DOOB NA JANA, SAMBHAL KE REHNAA..!
बेरुखी
तुम्हारी बेरुखी में भी हमें प्यार नजर आता है,
ये मोहब्बत तुम्हारी हर हाल में हमपे भारी पढ़ती है..!
TUMHARI BERUKHI MAIN BHI HAME PAYAAR NAJAR AATA HAI,
YE MOHHABAT TUMHARI HAR HAAL MAIN HAMPE BHAARI PADHTI HAI..!
दिल का सौदा
कोशिश तोह बहुत करते हैं सम्भलने की,
मगर ये दिल का सौदा बढ़ा घाटे का रहा अपना,
KOSHISH TOH BAHUT KARTE HAIN SAMBHALNE KI,
MAGAR YE DIL KA SAUDA BADHA GHAATE KA RAHA APNA,
शिकायतें
आज कल शिकायतें बहुत करते हो तुम,
बोलो गर दिल की हसरतों में किसी और को बसाया है…!
AAJ KAL SHIKAYETAIN BAHUT KARTE HO TUM,
BOLO GAR DIL HASRATON MAIN KISI AUR KO BASAAYA HAI…!
जीने की हसरत
क्या बतायें जीने की हसरत में हम,
कितनी बार मर मर के जिये हैं…!
KYA BATAYAIN JEENE KI HASRAT MAIN HAM,
KITNI BAAR MAR MAR KE JIYE HAIN…!
आग का दरिया
आग का दरिया है इश्क़ तो जल जायेंगे,
हम साँस थम जाने तक वफ़ा निभाएंगे..!
AAG KA DARYA HAI ISHAQ TO JAL JAYENGE,
HAM SANS THAM JAANE TAK WAFAA NIBHAYENGE..!
वाकिफ
है दर्द से वाकिफ हो गया दिल अपना,
हर जखम नया सा लगता है
HAI DARD SE WAKIF HO GYA DIL APNA,
HAR JAKHAM NAYA SA LAGTA HAI
फर्याद
फर्याद इस दिल की याद रखना,
हमारा इश्क़ पे ऐतबार रखना,
चाहे कितनी भी मुश्किल डगर हो,
तुम हमेशा मेरा हाथ थम रखना…!
FARYAD IS DIL KI YAAD RAKHNA,
HAMARA ISHAQ PE AITBAAR RAKHNA,
CHAHE KITNI BHI MUSHKIL DAGAR HO,
TUM HAMESHA MERA HATH THAM RAKHNA…!
रज़ा
दर्द ही दर्द रहा इस दिल में,
जाने इस दर्द की दवा क्या है,
ग़म में भी तू है मुस्कुरा रहा,
ऐ दिल बता तेरी रज़ा क्या है..!
DARD HI DARAD RAHA IS DIL MAIN,
JANE IS DARAD KI DAWA KYA HAI,
GHAM MAIN BHI TU HAI MUSKURA RAHA,
AYE DIL BATA TERI RAZA KYA HAI..!
दूरी
तुमने अपनी मर्जी से दूरी चुनी है,
देखो फिर से हमारे करीब मत आना,
हम जी लेंगे तनहा सकूंन भरी ज़िन्दगी,
तुम फिर से अपने अल्फ़ाज़ों का शोर मत लाना,
खुदा के लिए अब कभी वापिस हमारे पास लौट मत आना..!
TUMNE APNI MARJI SE DOORI CHUNNI HAI,
DEKHO PHIR SE HAMAARE KAREEB MAT AANA,
HAM JEE LENGE TANHAA SAKOON BHARI ZINDAGI,
TUME PHIR SE APNE ALFAAZON KA SHOR MAT LAANA,
KHUDA K LIYE AB KABHI WAPIS HAMARE PAAS LAUT MAT AANA..!
रहगुजर
तस्वीरों में लम्हें समेट लिए हैं हमने,
तेरी चाहत जबसे रहगुजर बन गयी,
पता ही नहीं चला कब प्यार हुआ,
और कब तुम हमारी ज़िन्दगी बन गयी…!
TASVEERON MAIN LAMHAIN SMET LIYE HAIN HAMNE,
TERI CHAHAT JABSE REHGUJAR BAN GYI,
PATA HI NHI CHALA KAB PAYAAR HUA,
AUR KAB TUM HAMARI ZINDAGI BAN GYI…!
ज़हर
ज़हर पीना ही पढता है ज़िंदा रेहने के लिए,
खुअहिशें बनती ही हैं टूटने के लिए,
होता नहीं आसान इश्क़ में से निकल जाना,
अश्क़ होते ही हैं निगाहों से बह जाने के लिए..!
ZEHAR PINA HI PADHTA HAI ZINDA REHNE KE LIYE,
KHUAHISHON BANTI HI HAIN TUTNE KE LIYE,
HOTA NHI AASAN ISHQ MAIN SE NIKAL JANA,
ASHQ HOTE HI HAIN NIGAHON SE BEH JAANE KE LIYE..!
हाल–ए–दिल
तुम्हें परेशान करने की चाहत नहीं हमारी,
हम तो हाल–ए–दिल का इज़हार करते हैं,
कभी फुर्सत में बैठना हमारे पास,
तुम्हें बताना है, हम तुम्हें कितना प्यार करते हैं…!
TUMHAIN PRESHAN KARNE KI CHAHAT NHI HAMARI,
HAM TO HAL-EY-DIL KA IZHAAR KARTE HAIN,
KABHI FURSAT MAIN BETHNAA HAMAARE PAAS,
TUMHAIN BATANA HAI, HAM TUMHAIN KITNA PYAAR KARTE HAIN
ज़िन्दगी
हमारी तन्हाई इसी बात का सबूत है,
तुम्हारी जगह आज भी ज़िन्दगी में कोई ले नहीं पाया,
चाहत यही थी तुमसे मिलें, तुमसे बातें करें,
मगर हम अपने दिल की बात तुम्हें ना कह पाये..!
HAMARI TANHAYI ISI BAAT KA SABOOT HAI,
TUMAARI JAGAH AAJ BHI ZINDAGI MAIN KOI LE NHIN PAAYA,
CHAHAT YEHI THI TUMSE MILEN, TUMSE BAATAIN KAREN,
MAGAR MAIN APNE DIL KI BAAT TUMHAIN NA KEH PAYE..!!
दरीचे
सो जाने लगे अब अरमा हमारे,
खुली आँखों के ख्याब हकीकत से जो तकराने लगे,
वो जिन्की कदर करते करते हमनें कदर गवा बैठे,
वो किसी और के ख्याबों के दरीचों पे बिस्तर जाने लगे..!
SO JAANE LAGE AB ARMA HAMAARE,
KHULI AANKHON KE KHUAB HAQIQAT SE TAKRAANE LAGE,
WO JINKI KADAR KARTE KARTE HAMANE KADAR GAWA DI,
WO KISI KISI AUR KE KHUABON KE DREECHON PE BISTAR SJANE LAGE..!
ना-समझ दिल
तुम नहीं लौटोगे हमारी ज़िन्दगी में हमें पता है यह,
फिर भी ना-समझ दिल मानता नहीं,
जब तक ज़िंदा हैं तुम्हीं पे मरते रहेंगे,
दिल की धड़कन में तुम ही हो,
दुसरा कोई और नहीं…!
TUM NAHIN LAUTOGE HAMARI ZINDAGI MAIN HAME PATA HAI YEH,
PHIR BHI NA-SAMJ DIL MAANTA NAAHIN,
JAB TAK ZINDA HAIN TUMHIN PE MARTE RAHENGE,
DIL KI DHARKAN MAIN TUM HI HO,
DUSRAA KOI AUR NAHIN…!
दुश्मन
ये दिल फरयादी बन बैठा,
तुम्हारा हमदर्द, हसाया,
तुम्हारा साथी बन बैठा,
हम लाख बचते फिरे हसीं चेहरों से,
तुम्हें देखा तो ये हमारा दुश्मन बन बैठा..!
YE DIL FARYADI BAN BETHA,
TUMHARA HAMDARD, HASAYA,
TUMHARA SAATHI BAN BETHA,
HAM LAKH BACHTE FIRE HASEEN CHEHRON SE,
TUM DEKHA TO YE HAMARA DUSHMAN BAN BETHA..!
वफादार
सुनो ना तुम मेरा दिल आज भी कहता है,
आज भी तुम्हारा दिल हमसे वफादार रहता है,
अरसा हो गया मिले हुए फिर भी, तुम्हारे दिल मैं,
हमारा ही ख्याल रहता है..!
SUNO NA TUM MERA DIL AAJ BH KEHTA HAI,
AAJ BHI TUMHARA DIL HAMSE WFADAAR REHTA HAI..!
ARSAA HO GYA MILE HUYE PHR BHI, TUMHAARE DIL MAIN,
HAMARA HI KHAYAAL REHTA HAI..!
खूबसूरत
खूबसूरत है तू ये मानते हैं हम,
जानलेवा अदायें हैं ये जानते हैं हम,
हर रोज़ तुम्हारी तस्वीरों को निहारतें हैं हम,
है आरज़ू यही तुम्हें नज़र भर देखने की,
इसलिये तो तुम्हारी गली के बार बार चक्कर लगाते हैं हम…!
KHOOBSURAT HAI TU YE MAANTE HAIN HAM,
JAANLAIVA ADAYAIN HAIN YE JAANTE HAIN HAM,
HAR ROZ TUMHAARI TASVIRON KO NIHARATAIN HAIN HAM,
HAI AARZOO YEHI TUMHAIN NAZAR BHAR DEKHNE KI,
ISLIYE TO TUMHAARI GALI KE BAAR BAAR CHAKKAR LAGAATE HAIN HAM…!
करीब
करीब हो के भी दूर हैं
दूर हो के भी करीब हैं
जी तो ना पायें एक दूजे वगेर फिर भी,
जीने को मजबूर हैं
KAREEB HO KE BHI DOOR HAIN
DOOR HO KE BHI KAREEB HAIN
JEE TO NAA PAYAIN EK DOOJE VGER PHIR BHI,
JEENE KO MAJBOOR HAIN
ज़िन्दगी
मुझमें जीने की चाहत ना रही,
ये ज़िन्दगी पहले जैसी ना रही,
ख्वाहिशों की शाम ढल गयी,
जिसम के साथ रूह भी मर गयी..!
MUJHMAIN JEENE KI CHAAHAT NA RAHI,
YE ZINDAGI PEHLE JAISI NA RAHI,
KHAWAHISHON KI SHAAM DHAL GAYI,
JISAM KE SAATH ROOH BHI MAR GAYI..!
दर्द
है दर्द ही दर्द भरा हमारे सीने में,
मजा नहीं आता बिना दर्द के जीने में,
तुमने ये जो दर्द की सौगात दी है,
हमने इसे भी प्यार की निशानी समझ गले से लगाया है..!
HAI DARD HI DARD BHARA HAMAARE SEENE MAIN,
MAJA NHI AATA BINA DARD KE JEENE MAIN,
TUMNE YE JO DARD KI SAUGAAT DI HAI,
HAMNE ISE BHI PAYAAR KI NISHANI SMAJH GALE SE LAGAYA HAI..!
रकीब
जो कल तक हमसफ़र था,
आज वो रकीब है,
वकत के साथ उसका बदल जाना ये तै करता है,
कुछ तो मकारी उसमें जरूर है,
वो जो दिल से खेला करता था हमारे,
ऐसे ही नहीं देखा दे गया,
कुछ तो बात उसमें जरूर है,
कल तक कसमें वादे किये साथ जीने मरने के,
सब तोड़ गया, इतना मगरूर है..!
JO KAL TAK HAMASAFAR THA,
AAJ WO RAKEEB HAI,
WAKAT KE SAATH USKA BADAL JANA YE TAI KARTA HAI,
KUCH TO MAKAARI USMAIN JAROOR HAI,
WO JO DIL SE KHELA KARTA THA HAMARE,
AISE HI NI DOKHA DE GAYA,
KUCH TO BAAT USMAIN JAROOR HAI,
KAL TAK KASMAIN VAADE KIYE SATH JEENE MARNE KE,
SAB TODH GAYA, ITNA MAGROOR HAI..
मुसाफिर
तनहा रास्तों के मुसाफिर हो गए हम.
तेरी यादों से रिहा हो गए हम,
दूरी जो तुमने बनायीं तै कर ली हमने,
अब तो खुद से भी जुदा हो गए हम,
हमको वफ़ा रास अब नहीं आती है,
ये दिल की कली फिर से मुस्काती है,
बेफिक्री का आलम है अब तो ना पूछो,
सपने आज कल भी देखते हैं हम,
लेकिन उन सपनो में तुम कहीं नहीं नज़र आते,
एक वकत था हमारी जान निकलती थी बिन तेरे,
अब हमारी जान हमारी कह लाती है..!
TANHAA RAASTON KE MUSAFIR HO GAYE HAM.
TERI YAADON SE RIHA HO GAYE HAM,
DOORI JO TUMNE BANAYI TAI KAR LI HAMNE,
AB TO KHUD SE BHI JUDA HO GAYE HAM,
HAMKO WAFAA RAAS AB NHI AATI HAI,
YE DIL KI KALI PHIR SE MUSKATI HAI,
BEFIKRI KA AALAM HAI AB TO NA PUCHO,
SAPNE AAJ KAL BHI DEKHTE HAIN HAM,
LAKIN UN SAPNO MAIN TUM KAHIN NAHIN NAZAR AATE,
EK WAKAT THA HAMARI JAN NIKALTI THI BIN TERE,
AB HAMARI JAAN HI HAMARI KEH LAATI HAI..!
HEART TOUCHING LOVE SHAYARI
एहसास
एहसासों से भरा अब है ये दिल,
तन्हाई के आलम में डूबा रहता है,
हर पल तेरी यादों के साये में,
अपनी ही कैफियत में डूबा रहता है…!
EHSASON SE BHARA AB HAI YE DIL,
TANHAYI KE AALAM MAIN DOOBA REHTA HAI,
HAR PAL TERI YAADON KE SAAYE MAIN,
APNI HI KAIFIYAT MAIN DOOBA REHTA HAI…!
शिकवे
भले ही लबों पे सो गिले रखना,
मगर देखो कभी हमसे दूर जाने की बात मत करना,
हजारों गिले शिकवे भले ही हो जाएँ,
मगर ये दिल्लगी का दामन शूटेगा नहीं..!
पनाह
भले ही लबों पे सो गिले रखना,
मगर देखो हमसे वफ़ा रखना,
चाहा है दिनों ईमान से,
तू हमारी चाहत पे इत्मीनान रखना,
सांसों में पनाह ही मांगी है इस दिल ने,
हमसे दूर जाने की बात मत करना,
हजारों गिले शिकवे भले ही हो जाएँ,
हर हाल में हमसे राब्ता बनाये रखना..!
BHALE HI LABHON PE SO GILE RAKHNA,
MAGAR DEKHO KABHI HAMSE RAKHNA,
CHAHA HAI DINO IMAAN SE,
TU HAMARI CHAHAT PE ITMINAN RAKHNA,
SANSON MAIN PANAAH HI MANGI IS DIL NE,
HAMSE DOOR JANE KI BAAT MAT KARNA,
HAJARON GILE SHIKWE BHALE HI HO JAYEN,
HAR HAAL MAIN HAMSE RAATA BANAYE RAKHNA..!
मुसाफिर
तनहा रास्तों के मुसाफिर हो गए हम.
तेरी यादों से मुखातिब हो गए हम,
दूरी जो तुमने बनायीं, तै करली हमने,
अब तो खुद से भी जुदा हो गए हम,
हमको वफ़ा रास अब नहीं आती है,
ये दिल की कली फिर से मुस्काती है,
बेफिक्री का आलम है अब तो ना पूछो,
सपने आज कल भी देखते हैं हम,
लेकिन उन सपनो मैं तुम कहीं नहीं नज़र आते,
एक वकत था हमारी जान निकलती थी बिन तेरे,
अब हमारी जान ही हमारी कह लाती है..!
TANHAA RAASTON KE MUSAFIR HO GAYE HAM.
TERI YAADON SE MUKHATIB HO GAYE HAM,
DOORI JO TUMNE BANAYI, TAI KAR LI HAMNE,
AB TO KHUD SE BHI JUDA HO GAYE HAM,
HAMKO WAFAA RAAS AB NHI AATI HAI,
YE DIL KI KALI PHIR SE MUSKATI HAI,
BEFIKRI KA AALAM HAI AB TO NA PUCHO,
SAPNE AAJ KAL BHI DEKHTE HAIN HAM,
LAKIN UN SAPNO MAIN TUM KAHIN NAHIN NAZAR AATE,
EK WAKAT THA HAMARI JAN NIKALTI THI BIN TERE,
AB HAMARI JAAN HI HAMARI KEH LAATI HAI..!
रकीब
जो कल तक हमसफ़र था,
आज वो रकीब है,
वकत के साथ उसका बदल जाना ये तै करता है,
कुछ तो मकारी उसमें जरूर है,
वो जो दिल से खेला करता था हमारे,
ऐसे ही नहीं देखा दे गया,
कुछ तो बात उसमें जरूर है,
कल तक कसमें वाडे किये साथ जीने मरने के,
सब तोड़ गया, इतना मगरूर है..!
JO KAL TAK HAMASAFAR THA,
AAJ WO RAKEEB HAI,
WAKAT KE SAATH USKA BADAL JANA YE TAI KARTA HAI,
KUCH TO MAKAARI USMAIN JAROOR HAI,
WO JO DIL SE KHELA KARTA THA HAMARE,
AISE HI NI DOKHA DE GAYA,
KUCH TO BAAT USMAIN JAROOR HAI,
KAL TAK KASMAIN VAADE KIYE SATH JEENE MARNE KE,
SAB TODH GAYA, ITNA MAGROOR HAI..!
आशिकी
हम जबसें तुमसे जुदा हो गए हैं,
ये रास्ते और भी तनहा हो गए हैं,
जो कभी अपने अपने से लगते थे,
अब वो रास्ते अजनबी हो गए हैं,
हमें इश्क़ करना नहीं आया,
मगर फिर भी आशिकी में मशहूर हो गए हैं,
ये दिल हर किसी से वफ़ा निभाता रहा,
आज उसी से बेवफा हो गए हैं,
आरज़ूएँ करवटें लेती हैं,
तम्मनाओं से मजबूर हो गए हैं,
तुम नहीं तो तुम्हारी याद ही सही,
हम तो यादों से मजबूर हो गए हैं,
आशिक़ी का आखिरी सलाम लेते जाना,
अब हम जो तेरी दुनिया से दूर हो गए हैं..!
HAM JABSE TUMSE JUDA HO GYE HAIN,
YE RAASTE AUR BHI TANHAA HO GYE HAIN,
JO KABHI APNE APNE SE LAGA KARTE THE,
AAJ WO RAASTE AJNABI HO GYE HAIN,
HAME ISHAQ KARNA NHI AATA,
MAGAR PHIR BHI ASHIQI MAIN MASHHOOR HO GAYE HAIN,
YE DIL HAR KISI SE WAFAA NIBHAATA RAHA,
AAJ USI SE BEWAFAA HO GYE HAIN,
AARJUYAIN KARWATEN LETI HAIN,
TAMMNAON SE MAJBOOR HO GYE HAIN,
TUM NAHIN TO TUMHAARI YAAD HI SAHI,
HAM TO YAADON SE MAJBOOR HO GYE HAIN,
ASHIQI KA AKHIRI SALAAM LETE JANE,
AB HAM JO TERI DUNIA SE DOOR HO GYE HAIN…!
खुआब
वो जो किसी के सपने आज कल देखने लगे,
जो कल तक हमें खुआबों में देखा करते थे,
आज कल महलों का हवाला देने लगे हमें वो,
जो कल तक हमारे साथ रहा करते थे..!
WO JO KISI KE SAPNE AAJ KAL DEKHNE LAGE,
JO KAL TAK HAME KHUAABON MAIN DEKHA KARTE THE,
AAJ KAL MEHLON KA HAWALA DENE LAGE,
JO KAL TAK HAMARE SAATH RAHA KARTE THE..!
रहीसी
आज कल सुना है रहीसी का सरूर चढ़ा है,
हमारी मुफलिसी दुश्मन बन गयी तुम्हारी,
सुना है महंगी कारों में गुमने लगे हो,
वो पैदल हमारे संग चलना भूल गए हो क्या,
मोहब्बत बेचकर ही तो ये रहीसी खरीदी है तुमने..!
AAJ KAL RAHISI KA SAROOR CHADHA HAI,
HAMARI MUFLISI DUSHMAN BAN GYI TUMHARI,
SUNA HAI MENGI CAARON MAIN GUMNE LAGE HO,
WO PEDAL HAMARE SANG CHALNA BHOOL GYE HO KYA,
MOHABBAT BECHKAR HI TO YE RAHISI KHARIDI HAI TUMNE..!
बेवफाई
बेवफाई करना सीख ही लिया आखिर,
वफ़ा का कभी वास्ता दिया करते थे,
आज कल जो दिल दुखाने वाली बातें किया करते हो,
कल तक चाहत की बात किया करते थे,
अभी रिहाई चाहिए तुम्हें हमारे दिल से,
कल तक तो इसी दिल हो कर गुजरा करते थे..!
BEWAFAYI KARNA SHEEKH HI LIYA AAKHIR,
WAFAA KA KABHI VAASTA DIYA KARTE THE,
AAJ KAL JO DIL DUKHANE WALI BAATAIN KIYA KARTE HO,
KAL TAK CHAHAT KI BAAT KIYA KARTE THE,
ABHI RIHAYI CHAHYE TUUMHAIN HAMARE DIL SE,
KAL TAK TO ISI DIL SE HOKAR GUJRA KARTE THE…!
दुनिया के मेले
ये दुनिया के मेले तो चलते रहेंगे,
हम ही नहीं होंगे तो रौनक कहाँ से लाओगे,
अधूरी आस पे कैसे गुजार दोगे ज़िन्दगी,
जो हमसे मिलने पर मुस्कुराते थे तुम,
वोही मुस्कराहट चेहरे पे कैसे लाओगे..!
YE DUNIYA KE MELE TO CHALTE RAHENGE,
HAM HI NHI HONGE TO RAUNAK KAHAN SE LAOGE,
ADHURI AAS PE KAISE GUJAR DOOGE ZINDAGI,
JO HAMSE MILNE PAR MUSKURATE THE TUM,
WOHI MUSKURAHAT CHEHRE PE KAISE LAOGE..!
दिल की लगी
समझ नहीं आता ये दिल की लगी कहाँ लैके जाएगी,
क्या कभी ये दिल की कली फिर से मुस्कुराएगी,
जब माझी ही छोड़ गया बीच मजदार,
अब कहाँ फिर से इस दिल में बहार आएगी..!
SAMAJ NHI AATA YE DIL KI LAGI KAHAN LAIKE JAYEGI,
KYA KABHI YE DIL KI KALI FIR SE MUSKURAYEGI,
JAB MAJHI HI CHHODH GAYA BEECH MAJDAAR,
AB KAHAN FIR SE IS DIL MAIN BAHAAR AYEGI..!
कैद–ऐ–उल्फ़त
समझ में नहीं आता ये इश्क़ है यां सज़ा है,
कैद–ऐ–उल्फ़त से अब दिल की रिहाई नहीं होती,
डूबे रहना तैरने से बेहतर है,
इश्क़ में लूट जाने पर भी सुनाई नहीं होती..!
SAMAJ MAIN NHI AATA YE ISHAQ HAI YAN SAZAA HAI,
KAID-E-ULFAT SE AB DIL KI RIHAYI NHI HOTI,
DOOBE REHNA TAIRNE SE BEHTAR HAI,
ISHQ MAIN LUT JANE PAR BHI SUNAYI NHI HOTI..!
वफ़ा का वास्ता
देता रहा वोह ज़ालिम वफ़ा का वास्ता,
जिसको हमारी वफ़ा कही रास ना आयी,
हम गुजरा करते थे जिन रास्तों पे,
उनके पे फिर मूढ़ कर कभी बहार ना आयी..!
DETA RAHA WOH ZAALIM WAFAA KA VAASTA,
JISKO HAMARI WAAFA KAHI RAS NA AAYI,
HAM GUJRA KARTE THE JIN RAASTON PE,
UNKE PE FIR MUDH KAR KABHI BAHAAR NA AAYI..!
फासले
तुम्हें नहीं है खबर ये अलग बात है,
तेरी मेरी चाहत के किस्से इस जहाँ में मशहूर हो गये,
फासले इतने बढ़ गये दोनों के दररमयां,
दोनों इक दूजे वगैर जीने को मजबूर हो गये..!
TUMHAIN NAHIN HAI KHABAR YE ALAG BAAT HAI,
TERI MERI CHAAHAT KE KISSE IS JAHAN MAIN MASHHOOR HO GYE,
FAASLE ITNE BHADH GYE DONO KE DARMYAN,
DONO EK DUJE VAGER JEENE KO MAJBOOR HO GYE..!
हाल–ऐ–दिल
तुम आओगे तो हाल–ऐ–दिल सुनायेंगे,
दिल की महफ़िल हम फिर से सजायेंगे,
हर हाल में खुश हैं गर तुमहारा साथ हो,
तुमसे दूर हो कर हम कहाँ ज़िंदा रह पायेंगे..!
TUM AAOGE TO HAAL-EY-DIL SUNAYAINGE,
DIL KI MEHFIL HAM PHIR SE SJAYAINGE,
HAR HAAL MAIN KHUSH HAIN GAR TUMHARA SAATH HO,
TUMSE DOOR HO KAR ZINDA KAHAN REH PAYENGE..!
Two Line Emotional Shayari
जख्म
जख्मों से अपना पुराना नाता है,
बढ़ा खूब दिल ये रिश्ता भी निभाता है..!
JAKHAMON SE APNA PURANA NAATA HAI,
BADHA KHOOB DIL YE RISHTAA BHI NIBHATA HAI..!1
सनम
बढ़ी मासूमियत से कतल किया हमारे अरमानो का,
बढ़ी जानलेवा निकली तुम्हारी चाहत सनम..!
BADHI MASOOMIYAT SE KATAL KIYA HAMARE ARMANO KA,
BADHI JANLAIVA NIKLI TUMHAARI CHAHAT SANAM..!
दिल की दौलत
हम वो नहीं जो इश्क़ में दगा कमा जाएँ,
दिल की दौलत हमने वफ़ा से बनायीं है..!
HAM WO JO ISHAQ MAIN DAGA KAMAA JAYEN,
DIL KI DAULAT HAMNE WAFAA SE BANAYI HAI..!
दिल की राहें
आ जाना कभी इन दिल की राहों में,
आरज़ूओं को तन्हाई में रहना गवारा नहीं..!
AA JANA KABHI IN DIL KI RAAHON MAIN,
AARZOYON KO TANHAYI MAIN REHNA GWARA NHIN..!
- EMOTIONAL HEART TOUCHING SHAYARI IN HINDI
बेवफा
तुम भी बेवफा ही निकले,
अरमानो का कतल किया, बढ़ी खूबसूरती के साथ..!
TUM BHI BEWAFAA HI NIKLE,
AARMANO KA KATAL KIYA, BADHI KHOOBSOORATI KE SAATH..!
शक़श
आज कल ह खुदी से खफा रहते हैं,
जिससे शिकायत करनी थी,
वो शक़श बहुत दूर चला गया हमसे..!
A KAL HAM KHUDI SE KHAFAA REHTE HAIN,
JISSE SHIKAYAT KARNI THI,
WO SHAKASH BAHUT DOOR CHALA GYA HAMSE..!
मंज़िल
मंज़िल मिल ही जाएगी एक ना एक दिन,
हम सरे राह आरज़ूओं का तूफ़ान ले चले..!
MANZIL MIL HI JAYEGI EK NA EK DIN,
HAM SARE RAAH AARZOYON KA TUFAAN LE CHALE..!
मोहब्बत
बढ़ी दिल फरेब है तुम्हारी मोहब्बत भी,
जान जा रही है, और दिल से नहीं जाती..!
BADHI DIL FARAIB HAI TUMHAARI MOHABBAT BHI,
JAN JAA RAHI HAI, AUR DIL SE NAHIN JAAATI..!
अश्क़
अश्क़ बहने लगे जब तन्हा रात में,
यादों के समंदर में डूबे रहे हम रात भर,
ASHQ BEHNE LAGE JAB TANHHAA RAAT MAIN,
YAADON KE SAMANDAR MAIN DOOBE RAHE HAM RAAT BHAR,
शिकायतें
खामोश रहता है दिल आज कल,
शिकायतें बहुत हैं मगर सुन ने वाला कोई नहीं..!
KHAMOSH REHTAA HAI DIL AAJ KAL,
SHIKAAYTAIN BAHUT HAIN MAGAR SUN NE WALA KOI NAHIN..!
वफ़ा का सलीका
जाने अनजाने दिल दुखाया हो तो माफ़ करना,
हमारी आहों ने सीखा ही नहीं अभी तलक वफ़ा का सलीका…!
JAANE AANJANE DIL DUKHAYA HO TO MAAF KARNA,
HAMARI AAHON NE SHEEKHA HI NHIN ABHI TALAK WAFAA KARNA…!
ग़म–ए–दिल
पलों में समेटे रखा है ग़म–ए–दिल को,
कुछ भी नहीं है हमारे पास अब तन्हाई के सिवा..!
PALON MAIN SMETE RAKHA HAI GHAM-EY-DIL KO,
KUCH BHI NHI HAI HAMARE PAAS AB TANHAYI KE SIVA..!
उल्फत
ए दिल तू हमसे वफ़ा कर,
उसकी यादों से दिल को रिहा कर,
चाहे जो भी अंजाम हो उल्फत का,
तू हर हाल बस खुश रहा कर..!
AYE DIL TU HAMSE WAFAA KAR,
USKI YAADON SE DIL KO RIHA KAR,
CHAHE JO V ANJAM HO ULFAT KA,
TU HAR HAAL BAS KHUSH RAHA KAR..!
नासूर
यूँ तो हमने बहुत जखम खाये हैं ज़िन्दगी से,
शुक्रिया अदा तुम्हारी मोहब्बत का भी करेंगे,
जो बनके नासूर हमारा दिल जलाने लगी..!
YUN TO HAMNE BAHUT JAKHAM KHAYE HAIN ZINDAGI SE,
SHUKRIYA ADAA TUMHAARI MOHABBAT KA BHI KARENGE,
JO BANKE NASOOR HAMARA DIL JALANE LAGI..!
खता
खता तो बस इतनी थी हमारी,
तुमसे दिल लगाने की भूल कर बैठे,
खुशियों की कोशिश में हम,
गम इस दिल की नाम कर बैठे,
जो हम से दुश्मनी निभाता रहा,
हम उसी दुसमन से दिल्लगी कर बैठे,
जिसकी वफाओं में हम ना थे कभी,
उसी बेवफा से वफ़ा कर बैठे,
दिल टूटा तो समझ में आ गया,
दिल लगाने की कितनी बढ़ी गलती कर बैठे..!
KHATA TO BAS ITNI THI HAMARI,
TUMSE DIL LAGANE KI BHOOL KAR BETHE,
KHUSHIYAN KE KOHISH MAIN HAM,
GAM IS DIL KE NAM KAR BETHE,
JO HAM SE DUSMANI NIBHITA RAHA,
HAM USE DUSMAN SE DILLAGI KAR BATHE,
JISKI WAFAAON MAIN HAM NA THE KABHI,
USI BEWAFA SE WAFA KAR BAITHE,
DIL TOOTA TO SAMAJ MAIN AA GYA,
DIL LAGNE KI KITNI BADHI GALTI KAR BAITHE..!
निखार
धीरे धीरे दिल में निखार आता गया,
जे खोया रहा और तेरा ख्याल आता रहा,
हम उलझे रहे तेरी यादों के झरोखों में,
तुम जाने का ग़म हमारे दिल को और तड़पाता रहा..!
DHEERE DHEERE DIL MAIN NIKHAR AATA GAYA,
JE KHOYA RAHA AUR TERA KHAYAL AATA RRAHA,
HAM ULJE RAHE TERI YAADON KE JARAOKHON MAIN,
TUM JANE KA GHAM HAMARE DIL KO AUR TARHPATA RAHA..!
तस्वीर
तस्वीरों में लम्हें समेट लिए हैं हमने,
तेरी चाहत जबसे रहगुजर बन गयी,
पता ही नहीं चला कब प्यार हुआ,
और कब तुम हमारी ज़िन्दगी बन गयी…!
TASVEERON MAIN LAMHAIN SMET LIYE HAIN HAMNE,
TERI CHAHAT JABSE REHGUJAR BAN GYI,
PATA HI NHI CHALA KAB PAYAAR HUA,
AUR KAB TUM HAMARI ZINDAGI BAN GYI…!
दिल्लगी
करते रहे गमो संग दिल्लगी,
जे दिल हमारा हमे कहाँ ले आया..!
जिसका सपना सजाया,
उसी ने दिल दुखाया,
क्या सोच कर इश्क़ फ़रमाया,
जो इक बेवफा से दिल मिलाया,
करते रहे गमो संग दिल्लगी,
जे दिल हमारा हमे कहाँ ले आया..!
KARTE RAHE GAMO SANG DILLAGI,
JE DIL HAMARA HAME KHA LE AYAA..!
JISKA SAPNA SJAYA,
USI NE DIL DUKHAYA,
KYA SOCH KAR ISHQ FARMAYA,
JO IK BEWAFAA SE DIL MILAYA
KARTE RAHE GAMO SANG DILLAGI,
JE DIL HAMARA HAME KHA LE AYAA..!
सबर
हर बार तेरी चाहत के सजदे किये,
खुद से जुदा हुए तुझ संग जुड़े हुए,
मेरे सबर की इन्तहा क्या यान पाओगे तुम,
सब खो गया हमारा मगर तेरी खुअहिशों संग जीते हुए..!
HAR BAR TERI CHAHAT KE SAJDE KIYE,
KHUD SE JUDA HUYE TUJH SANG JUDE HUYE,
MERE SABAR KI INTEHA KYA JAN PAOGE TUM,
SAB KHO GYA HAMARA MAGAR TERI KHUAHISHON SANG JEETE HUYE..!
वफ़ा का वास्ता
देता रहा वोह ज़ालिम वफ़ा का वास्ता,
जिसको हमारी वफ़ा कही रास ना आयी,
हम गुजरा करते थे जिन रास्तों पे,
उनके पे फिर मुड़कर कभी बहार ना आयी..!
DETA RAHA WOH ZAALIM WAFAA KA VAASTA,
JISKO HAMARI WAAFA KAHI RAS NA AAYI,
HAM GUJRA KARTE THE JIN RAASTON PE,
UNKE PE FIR MUDH KAR KABHI BAHAAR NA AAYI..!
बेखुदी
क्या कहें हम किस कदर तेरे इश्क़ ने जलाया है,
राख का ढेर हो गए अरमानो का बिस्तर हमने सजाया है..!
गर कर देता सारा जहाँ बेवफाई तो सेह जाते,
पर तेरी बेवफाई ने दिल पे खंजर चलाया है.
ज़माने भर से रुस्वा हुए तेरी मुहब्बत की खातिर,
और तुमने भी अल्फ़ाज़ों का बाण चलाया है.
देखना कहीं तनहा न हो जाना तुम,
दिल का दरिया तो हमे डुबोने चला आया है.
है आलमे गम–ऐ–तन्हाई तो क्या,
इस बेखुदी ने हमे खुद से मिलाया है.
इश्क़ की इतनी इनायत तो हो गयी हम पर,
गुज़रे लम्हो में ये जीवन सिमट आया है,
तुम्हारी यादें हमारी ज़िंदगी का सरमाया है..!
KYA KAHEN HAM KIS KADAR TERE ISHAQ NE JALAYA HAI,
RAKH KA DER HO GYE ARMANOKA BISTAR HAMNE SJAYA HAI,
GAR KAR DETA SARA JAHAN BEWFAYI TO SEH JAATE,
PAR TERI BEWFAYI NE DIL PE KHANJAR CHALAYA HAI,
ZAMANE BHAR SE RUSWA HUYE TERI MOHABBAT KI9 KHAATIR,
AUR TUMNE BHI ALFAZON KA TEER CHALAYA HAI,
DEKHNA KAHIN TANHAA HO JANA TUM,
DIL KA DARYA HAME DOBONE CHALA AYA HAI,
HA ALAMAY GHAM-EY-TANHAYI TO KYA ,
IS BEKHUDI NA HAME KHUD SE MILAYA HAI,
ISHQ KI ITNI INAYAT TO HO GYI HAM PAR,
GUZRE LAMHON MAIN YE JEEVAN SIMT AYAA HAI,
TUMHARI YAADAIN HAMARI ZINDAGI KA SARMAYA HAI..!
महकती शब्
महकती शब् हमें सिखाती गयी,
ये ज़िन्दगी कितने सितम ढाती रही,
वो तमाम उम्र दर्द में जीती हुयी,
हमारे संग मुस्कुराती रही,
गर जान लेते उसके दिल की बात ग़ालिब,
अपना लेते हर ग़म उसका मुस्कुराते हुए,
हर वफ़ा की एक कीमत होती है,
और हमने ईमान की दौलत कमाई है वफ़ा निभाते हुए,
अरमा मचलते रहते हैं यूँ अंगराईआं लेकर,
और दिल से आहों की सदा आती है,
वो जब भी आती है इन दिल की झरोखों से,
उसकी खुशबू से सांसें महक जाती हैं..!
MEHKATI SHAB HAMAIN SIKHAARTI GYI,
YE ZINDAGI KITNE SITAM DHAATI RAHI,
WO TAMAM UMAR DARD MAI JEETI HUYI,
HAMARE SANG MUSKURATI RAHI,
GAR JAN LETE USKE DIL KI BAAT GALIB,
APNA LETE HAR GHAM USKA MUSKURATE HUYE,
HAR WAFAA KI EK KEEMAT HOTI HAI,
AUR HAMANE IMAAN KI DAULAT KAMAYI HAI WAFAA NIBHAATE HUYE,
ARMA MACHLATE REHTE HAIN YUN ANGRAYIAN LEKAR,
AUR DIL SE AAHON KI SADAA AATI HAI,
WO JAB BHI AATI HAI IN DIL KE JAROKHON SE,
USKI KHUSHBOO SE SANSAIN MEHAK JAATI HAIN..!
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