Best Collections of Mohabbat Shayari | मोहब्बत शायरी
Mohabbat Shayari | मोहब्बत शायरी
मोहब्बत एक हसीं एहसास है, जिसमें अल्फ़ाज़ों को भी अपनी एहमियत है | इस एहसास को लफ़्ज़ों में बाटने के लिए हम आपके लिये मोहब्बत शायरी से समबन्दित पोस्ट लेकर आये हैं | उम्मीद करते हैं आप पसंद करेंगे | आप हमारी Mohabbat Shayari पोस्ट को अपने किसी खास को ओर सोशल मीडिया पर शेयर कर सकते हैं।
धड़कन
जब तलक मेरी सांसें ज़िंदा है,
मेरी धड़कनो में तुम यूँही धड़कते रहना..!
मेरी धड़कनो में तुम यूँही धड़कते रहना..!
JAB TALAK MERI SANSAIN ZINDA HAI,
MERI DHARKANO MAIN TUM YUNHI DHARKATE REHNAA..!
घनघोर
रात घनघोर है बच के चलना,
मुशकिल है बढ़ा इस उल्फत के जाल से निकलना..!
मुशकिल है बढ़ा इस उल्फत के जाल से निकलना..!
RAAT GHANGOR HAI BACH KE CHALNA,
MUSHKIL HAI BADHA IS ULFAT KE JAAL SE NIKALNA..!
महफिल
महफिलों से अब हम किनारा करते हैं,
अकेले अपनी तन्हाई में खुश रहते हैं..!
अकेले अपनी तन्हाई में खुश रहते हैं..!
MEHFILON SE AB HAM KINARA KARTE HAIN,
AKELE APNI TANHAYI MAIN KHUSH REHTE HAIN..!
धड़कन
मिलना तुमसे क्या हसीं दुर्घटना बन गयी,
पता ही ना चला कब तुम मेरी ज़िन्दगी बन गयी,
तेरे बिन साँस लेना भी अब दुशबार सा लगने लगा,
ऐसे धड़कन मेरी तेरी गुलाम बन गयी..!
पता ही ना चला कब तुम मेरी ज़िन्दगी बन गयी,
तेरे बिन साँस लेना भी अब दुशबार सा लगने लगा,
ऐसे धड़कन मेरी तेरी गुलाम बन गयी..!
MILNA TUMSE KYA HASIN DURGATNA BAN GYI,
PATA HI CHALA KAB TUM MERI ZINDAGI BAN GYI,
TERE BIN SANS LENA BHI AB DUSHBAR SA LAGNE LAGA,
AISE DHADKAN MERI TERI GULAM BAN GYI..!
मोहब्बत
अजीब दौर है मोहब्बत का भी,
जब तुम हो तो सब है,
और जब तुम नहीं तो कुछ नहीं,
जैसे इश्क़ में डूबा ये दिल,
कभी साहिल से मिला नहीं..!
जब तुम हो तो सब है,
और जब तुम नहीं तो कुछ नहीं,
जैसे इश्क़ में डूबा ये दिल,
कभी साहिल से मिला नहीं..!
AJIB DAUR HAI MOHABBAT KA BHI,
JAB TUM HO TO SAB HAI,
AUR JAB TUM NHIN TO KUCH NHIN,
JAISE ISHQ MAIN DOOBA YE DIL,
KABHI SAAHIL SE MILA NHIN..!
दुपहर
सर्दी में जैसे दुपहर तुम,
ख्याबों का जैसे महल हो तुम,
मेरे दिल की जैसे शामों सेहर हो तुम,
मैँ इश्क़ हूँ और मेरी वफ़ा हो तुम..!
ख्याबों का जैसे महल हो तुम,
मेरे दिल की जैसे शामों सेहर हो तुम,
मैँ इश्क़ हूँ और मेरी वफ़ा हो तुम..!
SARDI MAIN JAISE DUPEHAR TUM,
KHUABON KA JAISE MAHAL TUM,
MERE DIL KI JAISE HO SHAMO SEHAR TUM,
MAIN ISHQ HUN AUR HO MERI WAFA TUM..!
खूबसूरत
खूबसूरत हो तो इतना भी इतराना क्या,
सोच रही हो अब और नया बहाना क्या,
जब दिल से जुड़ गया हमारा कनेक्शन,
तो फिर मोहब्बत वालों के लिए ये ज़माना क्या..!
सोच रही हो अब और नया बहाना क्या,
जब दिल से जुड़ गया हमारा कनेक्शन,
तो फिर मोहब्बत वालों के लिए ये ज़माना क्या..!
KHOOBSURAT HO TO ITNA BHI ITRANA KYA,
SOCH RAHI HO AB AUR KOI NYA BAHANA KYA,
JAB DIL SE JUR GYA HAMARA CONNECTION,
TO PHIR MOHABBAT WALON KE LIYE YE ZAMANA KYA..!
‘
फ़िदा
वो जिसकी अदाओं पे दिल फ़िदा है,
हुसन जिसका नूर-ऐ-मरहबा है,
उस नाज़नीन को कोई समज़ादे,
ये दिल उसपे कितना फ़िदा हुआ है..!
हुसन जिसका नूर-ऐ-मरहबा है,
उस नाज़नीन को कोई समज़ादे,
ये दिल उसपे कितना फ़िदा हुआ है..!
WO JISKI ADAON PE DIL FIDA HAI,
HUSAN JISKA NOOR-E-MARHABA HAI,
US NAAZNEEN KO KOI SAMZADE,
YE DIL USPE KITNA FIDA HUA HAI..!
Also Read :- ISHQ SHAYARI
[…] Mohabbat Shayari […]
[…] Mohabbat Shayari […]